नोएडा में प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान FIITJEE (फिटजी) के कई सेंटर्स बंद होने के बाद छात्रों और शिक्षकों के हंगामे के बीच नोएडा पुलिस ने संस्थान के संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और अब बैंक खातों को सीज करने की कार्रवाई तेज कर दी गई है. जांच के दौरान पुलिस को अलग-अलग बैंकों में FIITJEE के सैकड़ों खाते मिले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, AXIS बैंक में 172, ICICI बैंक में 205 और HDFC बैंक में 5 खाते पाए गए हैं. पुलिस का कहना है कि अब तक 60 लाख रुपये सीज किए जा चुके हैं, और आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी. संस्थान के कई शिक्षकों को लंबे समय से वेतन नहीं मिला था, जिससे नाराज होकर उन्होंने एक साथ इस्तीफा दे दिया. शिक्षकों के इस्तीफे के कारण कई कोचिंग सेंटर्स बंद हो गए हैं. हालांकि, FIITJEE प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने किसी भी सेंटर को बंद नहीं किया है. मैनेजमेंट के मुताबिक, सेंटर हेड और शिक्षकों के अचानक चले जाने की वजह से यह संकट पैदा हुआ है, और जल्द ही सेंटर्स को दोबारा शुरू किया जाएगा.
FIITJEE की शुरुआत 1992 में दिल्ली के एक छोटे से कोचिंग सेंटर से हुई थी. इसके संस्थापक डीके गोयल ने इसे IIT-JEE के लिए गाइड करने के उद्देश्य से शुरू किया था. कुछ ही सालों में यह कोचिंग संस्थान तेजी से लोकप्रिय हुआ और देशभर में 72 से ज्यादा सेंटर्स खोल दिए गए.
साल 2023 में FIITJEE का कुल कारोबार 542 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था. इस कोचिंग ने कई IIT टॉपर्स दिए, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ी. बाद में इसने NEET (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) की तैयारी कराना भी शुरू कर दिया और अपने स्कूल भी खोले.FIITJEE के कुछ सेंटर्स बंद होने से छात्रों और अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है. IIT और NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. अभिभावक लगातार प्रबंधन से जवाब मांग रहे हैं, जबकि पुलिस इस पूरे मामले की तह तक जाने में जुटी है.