प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है, उसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के संबंध में केंद्र की ओर से निर्णय लिया जाएगा। मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। कर्नाटक सरकार ने भी 7 दिन का शोक घोषित किया है।
भारत के आर्थिक सुधारों के जनक और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार (26 दिसंबर) रात को दिल्ली में निधन हो गया। वह 2004-14 के दौरान भारत के प्रधानमंत्री थे। उन्हें 1991 में भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। पूर्व पीएम के निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर देश के कई बड़े नेताओं और हस्तियों ने दुख व्यक्त किया है।
भारत सरकार ने आज (27 दिसंबर) के लिए निर्धारित सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार शनिवार (28 दिसंबर) को होने की उम्मीद है।
मनमोहन सिंह का जन्म 1932 में पंजाब में हुआ था। वह 2004 से 2014 तक लगातार दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद पहली बार पीएम पद की शपथ ली थी। उन्होंने 2009 से 2014 तक अपना दूसरा कार्यकाल पूरा किया। उसके बाद 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी जगह ली। 33 साल तक सेवा देने के बाद वे इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो गए थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एवं प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन अत्यंत दुःखद एवं भारतीय राजनीति की अपूरणीय क्षति है।