उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को श्रावस्ती जिले में स्कूल चलो अभियान की शुरुआत की. इस दौरान सीएम ने बच्चों को भोजन परोसा. इससे पहले सीएम ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि लगभग 2 साल बाद कोरोना महामारी पर असरदार नियंत्रण हासिल करने के बाद हम लोग फिर से ‘स्कूल चलो अभियान’ के इस कार्यक्रम के साथ जुड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 2 साल हम सभी ने सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना का सामना करते हुए बिताया. कोरोना महामारी से जीवन का प्रत्येक क्षेत्र प्रभावित हुआ, लेकिन स्कूली शिक्षा सबसे अधिक प्रभावित हुई.उन्होंने कहा कि किसी को ज्ञानवान बना देना ही जीवन का सबसे पवित्र कार्य है. इसका आधार है ‘शिक्षा’. ‘स्कूल चलो अभियान’ के इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने से पवित्र कार्य और कोई हो ही नहीं सकता है. सीएम ने कहा कि ‘शिक्षा’ एकमात्र साधन है जो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन का कारक बन सकती है. हमने हर बच्चे को बैग, किताबें, दो यूनिफॉर्म, जूते-मोजे व स्वेटर उपलब्ध कराया. इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों, पुरातन छात्रों व समाज-सेवकों द्वारा विद्यालयों को गोद लेकर स्कूलों का कायाकल्प कराया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- “मैं जनप्रतिनिधियों, समाज-सेवकों व पुरातन छात्रों से अपील करता हूं कि जो विद्यालय पिछली बार छूट गए थे उन्हें गोद लें और ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाओं से लैस करने में योगदान दें.”