मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद अब सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की है कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष कौन बनेगा? क्या एक बार फिर बीजेपी किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाएगी. क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को योगी 2 में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है और बीजेपी एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर काम करती है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि एमएलसी चुनाव के बाद बीजेपी संगठन में भी बड़े बदलाव हो सकते हैं.प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए यूपी के सियासी गलियारों में कई नाम चर्चा में है. खासतौर से दो ऐसे नाम हैं जिन्हें इस बार योगी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली हैं, उनकी सबसे ज्यादा चर्चा है. इनमें एक हैं उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, दिनेश शर्मा को योगी टू में जगह नहीं मिली है और दूसरे हैं योगी वन में ऊर्जा मंत्री रहे और मथुरा से इस बार रिकार्ड 1 लाख 9 हज़ार वोटों से जीत हासिल करने वाले श्रीकांत शर्मा. वह भी इस बार योगी मंत्रिमंडल में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं.