रायबरेली ।लोक हितकारी ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पं. अरविंद कुमार मिश्र के निवास भदबा में आदि काल से मां गार्गी स्थापित थीं। मां गार्गी की प्रतिदिन पूजा बलि के साथ करने वर्णन पुराणों में है। प्रतिदिन विधिविधान से पूजा अर्चना न हो पाने के कारण वेद शास्त्रों के पंडितों से परामर्श किया। उन्होंने मां गार्गी को किसी शक्ति पीठ पर स्थापित करने की सलाह दी। भदबा गांव के दक्षिण निर्जन जंगल में स्थापित मां पाथेश्वरी माता का मंदिर है।जो अज्ञात वास के दौरान यहां काफी समय तक पाण्डवों के समय काटने के समय स्थापित की गई थी। यहीं से राजा विराट की राजधानी विराट नगर जो आज बांदा के नाम से व्यहरत है को चले गए थे। विद्वान आचार्यों के समूह के साथ मां गार्गी को मां पाथेश्वर पर स्थापित किया। मां की स्थापना के क्षणों में आचार्य अजय महेंद्र कुमार मिश्र, श्रीराम पाण्डेय , अवधेश कुमार अवस्थी ,राजू शुक्ल , सत्य प्रकाश अवस्थी , ने देवी आराना के साथ मंत्रोच्चार किया। इस अवसर पर गांव के आस पास के तमाम लोगों ने मां की आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया।