महामारी निवारण हेतु 5100 घरों में एक साथ एक समय 26 मई को बुद्ध पूर्णिमा के दिन परिजन अपने अपने घरों में गायत्री यज्ञ का आयोजन करेंगे, जिससे इस महामारी निवारण में पीड़ित मानवता को लाभ मिल सके तथा वायुमण्डल शुद्ध हो सके। यह पूर्णतः वैज्ञानिक प्रक्रिया है। अग्नि में जो कुछ भी जैसे- हवन सामग्री, घी आदि डाला जाता है तो उसका रूपांतरण गैस रूप में हो जाता है। पदार्थ ठोस से गैस रूप में परिवर्तित हो जाता है। जब यह पदार्थ वायु भूत होते हैं तो वायुमंडल का शुद्धिकरण होता है। सभी प्रकार के वायरस आदि नष्ट होते हैं। अग्निहोत्र में गायत्री मंत्र की आहुति देने से और भी अच्छे परिणाम आते हैं। गायत्री शक्तिपीठ के जिला समन्वयक बीबी सिंह ने बताया ऑनलाइन गोष्ठी के द्वारा लोगों को जानकारी दी गई कि 26 मई को 9ः00 से 11ः00 के बीच में अपने अपने घरों में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाकर अपने घरों में यज्ञ का आयोजन करें।
इस आयोजन में तहसील स्तर एवं ब्लॉक स्तर के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता अपने अपने क्षेत्र में मोबाइल, व्हाट्सएप के माध्यम से लोगों को जागरूक करें ताकि इस महामारी में पीड़ित मानवता की सेवा गायत्री परिवार कर सके।
मीडिया प्रभारी डॉ0 भगवानदीन यादव ने बताया जिन भाई बहनों के घरों में हवन सामग्री ना हो वह अपने ब्लॉक व जिला समन्वयक से संपर्क कर सकते हैं। उक्त जानकारी डॉक्टर भगवानदीन यादव मीडिया प्रभारी ने दी।
।।।।।।।