शीतला अष्टमी को बसोड़ा भी कहा जाता है. यह शीतला माता का पर्व है जो चेचक, खसरा आदि रोगों की देवी हैं, उनकी कृपा से यह रोग नहीं होते हैं. इस दिन बासी पकवान माता को चढ़ाने की प्रथा है.अष्टमी तिथि से एक दिन पहले यानी सप्तमी तिथि को ही शीतला अष्टमी के लिए प्रसाद का भोजन बनाया जाता है. उसे बसौड़ा कहा जाता है. इस दिन लोग भी बासी भोजन ही खाते हैं. शीतला अष्टमी पर माता शीतला को मुख्य रूप से दही, राबड़ी, चावल, हलवा, पूरी, गुलगुले का भोग लगाया जाता है. इसी को स्वयं भी ग्रहण किया जाता है
अष्टमी तिथि आरंभ- 4 अप्रैल 2021 को सुबह 04 बजकर 12 मिनट से अष्टमी तिथि समाप्त- 05 अप्रैल 2021 को प्रातः 02 बजकर 59 मिनट तक पूजा मुहूर्त- सुबह 06 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम को 06 बजकर 41 मिनट तक