धूप का सामना करना किसी चुनौती से कम नहीं है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सुबह से गर्मी का सितम शुरू हुआ तो रात तक बना रहा। भीषण गर्मी के कारण स्कूली बच्चों को भी परेशान होना पड़ रहा है। दोपहर में जब स्कूल छूटते हैं तो बच्चों कोे चिलचिलाती धूप का सामना करते हुए घर जाना पड़ता हैसुबह सात बजे से ही धूप तेज रही। साथ ही गर्म हवा भी चली। सुबह 11 बजे गर्म हवा की रफ्तार बढ़ी तो लोगों को मुंह और सिर पर कपड़ लपेटकर सफर करना पड़ा। सड़क पर पैदल चलने वाले पसीने से तरबतर हो गए। दोपहर 12 बजे सड़कों पर सन्नाटा पसरा गया और गर्म हवा के झोंके चुभने लगे। यह सिलसिला शाम पांच बजे तक चलता रहा।गर्मी बढ़ने से रात में भी लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। ऐसे में बिजली की ट्रिपिंग और मुश्किल बढ़ा रही है। लोगों की नींद पूरी नहीं हो पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कटौती अधिक हो रही है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।जिले में संचालित प्री-प्राइमरी से कक्षा आठ तक के सभी बोर्डों के स्कूलों का समय बदल दिया गया है। लू और गर्मी को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी की अनुमति के बाद यह फैसला लिया गया है। इस संबंध में बृहस्पतिवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने आदेश जारी कर दिया। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल से अग्रिम आदेशों तक स्कूल सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुलेंगे। सभी स्कूलों को लू से बचाव के लिए जारी एडवाइजरी के अनुसार छाया एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था करनी होगी। गर्मी को देखते हुए बच्चों से आउटडोर शारीरिक क्रियाकलाप न कराया जाए।