आज उत्तर प्रदेश के मेरठ में खेल विश्वविद्यालय की आधारशिला रख दी है. इस खेल विश्वविद्यालय का नाम हॉकी के जादूगर के नाम से मशहूर मेजर ध्यानचंद्र के नाम पर रखा गया है. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने अपराध और विकास कार्यों को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले मेरठ में माफिया अपना खेल खेलते थे. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों की वजह से मेरठ से पलायन हुआ. उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में अपराधी यहां खेल खेलते थे, लोग भूल नहीं सकते कि उनके घर जला दिए गए थे.प्रधानमंत्री ने कहा, “पहले की सरकारों में यूपी में अपराधी अपना खेल खेलते थे, माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे. हमारे मेरठ और आसपास के क्षेत्रों के लोग कभी भूल नहीं सकते कि लोगों के घर जला दिए जाते थे और पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। पहले की सरकारों के खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे.”उन्होंने कहा, ”अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है। पांच साल पहले इसी मेरठ की बेटियां शाम होने के बाद अपने घर से निकलने से डरती थीं। आज मेरठ की बेटियां पूरे देश का नाम रौशन कर रही हैं.”मेरठ और आसपास के इस क्षेत्र ने स्वतंत्र भारत को भी नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्ररक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हों या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान, राष्ट्रभक्ति की अलख को इस क्षेत्र ने प्रज्जवलित रखा है.”उन्होंने कहा, ”मेरठ, देश की एक और महान संतान, मेजर ध्यान चंद जी की भी कर्मस्थली रहा है. कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार का नाम दद्दा के नाम पर किया था. आज मेरठ की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यान चंद जी को समर्पित की जा रही.