रायबरेली के अमरेशपुरी कॉलोनी स्थित, दया भवन में रहने वाली दीक्षा त्रिपाठी का चयन भारतीय सेना में बतौर जज एडवोकेट जनरल हो गया है। जज एडवोकेट जनरल बनने के उपरांत अपने पैतृक निवास रायबरेली में प्रथम आगमन पर दीक्षा त्रिपाठी का फ़ूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। बताते चलें कि दीक्षा ने राष्ट्रीय स्तर की “आर्मी जैग” परीक्षा उत्तीर्ण करते हुए देश में चौथा स्थान प्राप्त कर रायबरेली का गौरव बढ़ाया है। उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अमिताभ त्रिपाठी और जयश्री त्रिपाठी अपनी बेटी दीक्षा की इस सफलता पर बेहद खुश हैं और सफलता का श्रेय बेटी की लगन और पढ़ाई के प्रति निष्ठा तथा एकाग्रता को देते हैं। दीक्षा पढ़ाई के साथ साथ तैराकी और बैडमिंटन की जिला स्तरीय चैंपियन भी रह चुकी है। रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव एवं राइजिंग चाइल्ड स्कूल की प्रधानाचार्या सीमा श्रीवास्तव ने दीक्षा त्रिपाठी का बुके देकर स्वागत किया। अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि दीक्षा के पिता अमिताभ त्रिपाठी स्वयं सेना में जाना चाहते थे परंतु पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के कारण वो सेना में रहकर देश की सेवा कर पाने से वंचित रहे, किंतु उनकी बेटी दीक्षा ने भारतीय सेना में बतौर जज एडवोकेट जनरल और बेटे अभिनव त्रिपाठी ने लेफ़्टिनेंट बनकर पिता अमिताभ त्रिपाठी और माँ जयश्री का सपना साकार किया है, जो माता और पिता के साथ रायबरेली के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। इस अवसर पर आनंद त्रिपाठी, असीम श्रीवास्तव, आदित्य उपाध्याय, अधिवक्ता सतीश शर्मा, अर्शित श्रीवास्तव, अनुराग त्रिपाठी, शिव शंकर पांडेय, रोशनी त्रिपाठी, निधि त्रिपाठी, पारिवारिक सदस्यों, मोहल्लेवसियों और इष्ट मित्रों ने उपस्थित रहकर दीक्षा को शुभकामनाएँ दिया।