मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम को
किया संबोधित
सीएम योगी ने कहा- स्वस्थ और समर्थ भारत की नींव है पोषण
अभियान
आज महिला स्वयंसेवी समूह आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचा रही हैं
पोषाहार
बोले सीएम- स्वस्थ बालक और बालिका प्रतिस्पर्धा का आयोजन
कराएगी सरकार
19 सिंतबर, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पोषण
अभियान स्वस्थ और एक समर्थ भारत की नींव है। एक समय उत्तर
प्रदेश में शराब माफिया पोषाहार की सप्लाई करता था। हमारी सरकार
ने एक नया मैकेनिज्म बनाया कि जिसके माध्यम से महिला
स्वयंसेवी समूह आंगनबाड़ी केंद्रों तक आज पोषाहार पहुंचा रही हैं।
इसी का नतीजा है नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे में उत्तर प्रदेश ने लंबी
छलांग लगाई है। आंकड़े देखें तो 2015-2016 के सापेक्ष प्रदेश में
2019-2020 में एनीमिया में 5.1 प्रतिशत, बौनापन में 6.6 प्रतिशत,
अल्प वजन में 7.4 प्रतिशत और सूखापन में 0.6 प्रतिशत का सुधार
हुआ है।
सीएम योगी सोमवार को लोकभवन में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह
कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुपोषण से लड़ने को व्यापक अभियान
प्रारंभ करने के लिए पूरे देश को प्रेरित किया है। इस दिशा में विगत
छह वर्षों में उत्तर प्रदेश में काफी कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक
समय था जब इंसेफेलाइटिस से पूरे प्रदेश में प्रतिवर्ष 1200-1500 मौतें
होती थीं। पूर्वी उत्तर प्रदेश इस बीमारी से खासा प्रभावित था। 1977 से
लेकर 2017 तक यानी 30 वर्षों में प्रदेश में लगभग 50,000 बच्चे इस
बीमारी की चपेट में आकर काल कलवित हो चुके थे।
सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद हमने केंद्र
सरकार के साथ 2018 में अंतर्विभागीय समन्वय बनाकर इंसेफेलाइटिस
के उन्मूलन का कार्य शुरू किया। आज पूरे प्रदेश से इंसेफेलाइटिस को
समाप्त करने में हम सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश
में मातृ और शिशु मृत्यु दर में गिरावट आई है। ऐसा इसलिए संभव
हो पाया क्योंकि माताओं और शिशुओं को पोषण आहार मिलना शुरू
हुआ। सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार आंगनबाड़ी केंद्र, न्याय
पंचायत और ब्लॉक स्तर पर स्वस्थ बालक और बालिका प्रतिस्पर्धा
का आयोजन करेगी।
देश को स्वस्थ, साक्षार और समर्थ बनाना है
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत काल का यह प्रथम वर्ष
है। भारत अनेक उपलब्धियों को लेकर के चल रहा है। हम सबको
2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में
स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 यानी
जब देश आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, उस समय के लिए
एक लक्ष्य निर्धारित किया है कि देश को विकसित भारत बनाना है।
इसके लिए हमें देश को स्वस्थ, साक्षार और समर्थ बनाना है।
गोदभराई की रस्म के साथ संपन्न हुआ अन्नप्राशन संस्कार
कार्यक्रम में गोदभराई की रस्म भी निभाई गई। इस दौरान सीएम
योगी ने प्रतीक स्वरूप कुछ गर्भवती महिलाओं को उपहार स्वरूप
दवाएं और पौषटिक खाद्य सामग्री भेंट की। यही नहीं कार्यक्रम में
सीएम योगी ने प्रतीक स्वरूप कुछ बच्चों को खीर खिलाकर उनका
अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया। साथ ही‘संभव’ अभियान के
तहत कुपोषित से सुपोषित श्रेणी में आए तीन बच्चों के अभिभावकों
को सीएम योगी ने सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने प्रतीक
स्वरूप चार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को यूनीफॉर्म के रूप में दो-दो
साड़ी भेंट कीं।
आंगनबाड़ी केन्द्रों का हुआ लोकार्पण/शिलान्यास
कार्यक्रम में सीएम योगी ने 155 करोड़ रुपये की लागत से 1,359
आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण/शिलान्यास किया। साथ ही 50 करोड़
रुपये की लागत से 171 बाल विकास परियोजना कार्यालयों का
शिलान्यास हुआ। इसके अलावा सीएम ने 2.90 लाख आंगनबाड़ी
कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को यूनिफॉर्म (साड़ी) हेतु डीबीटी के माध्यम
से ₹29 करोड़ की धनराशि का अंतरण किया।
कार्यक्रम में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी
मौर्य, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला,
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार
सिंह, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास बीना कुमार समेत अन्य
गणमान्य लोग मौजूद थे।