बाढ़ अथवा भारी बारिश के चलते खराब हुई कृषि फसलों से परेशान किसानों को राहत देते हुए योगी
सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 16 लाख 26 हजार किसानों को मुआवजा दिया। ग्राम्य
विकास, पंचायती राज और राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि
सितंबर, अक्टूबर 2021 और फिर जनवरी 2022 में तेज बारिश और बाढ़ के कारण फसलों के नुकसान
की सूचना मिली थी। इसके लिए कृषि और राजस्व विभाग द्वारा गहन सर्वेक्षण कराया गया और पात्र
पाए गए 16,26,225 किसानों को राज्य आपदा राहत कोष से 585.95 करोड़ की राशि बतौर मुआवजा
सीधे उनके बैंक खाते में भेजी गई। किसानों को राहत देने के इस प्रयास की समीक्षा सीधे मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ द्वारा की जा रही है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि एक भी प्रभावित किसान
मुआवजा से वंचित न रहे।
आग लगने की घटनाओं से बचाव के हों पुख्ता इंतज़ाम:
गर्मी के मौसम में प्रतिवर्ष आग लगने के कारण गेहूं की फसल जलने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए
मुख्यमंत्री ने सतर्कता के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि पूर्व की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के
आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए। फसल बीमा योजना से कवर किसानों के अलावा यदि किसी किसान
की फसल बिजली के तार गिरने/आग लगने से जलती है तो उसे भी मंडी समिति के माध्यम से
नियमानुसार मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी तहसीलों में फायर टेंडर की सुविधा
उपलब्ध के काम को तेज करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि फायर टेंडर के लिए ग्रामीण
क्षेत्र में अधिकतम 15 मिनट और शहरी क्षेत्र में अधिकतम 07 मिनट का रेस्पॉन्स टाइम सुनिश्चित
किया जाए।