सलोन कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक को एंटी करप्शन ने दस हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन द्वारा दारोगा को पकड़ने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। विवेचना के नाम पर पैसा लेने वादी के गांव पहुंचे दारोगा को लखनऊ जोन की एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
सलोन कोतवाली क्षेत्र के ख़्वाजापुर गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब वादी के घर दस हजार रुपये की घूस लेने पहुंचे दारोगा बाबू खां को एंटी करप्शन टीम ने दबोच लिया। सूत्रों के मुताबिक दारोगा द्वारा किसी मारपीट के मामले की विवेचना की जा रही थी। जिसमें बीती 20 मार्च को फाइनल रिपोर्ट भी लग चुकी है। लेकिन उसके बाद भी बृहस्पतिवार की दोपहर दारोगा घूस लेने वादी के गांव पहुंच गया। तभी घात लगाए बैठी एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को दस हजार की घूस लेते हुए पकड़ लिया।
एंटी करप्शन टीम द्वारा दारोगा को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप का माहौल मच गया है। क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया एंटी करप्शन टीम द्वारा घूस लेते हुए दारोगा को गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्रवाई प्रचलित है।मिशाल अहमद की तहरीर पर दरोगा के विरुद्ध डीह थाने में रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित ने बताया कि धमकी दे दे कर दरोगा ने अब तक 36 हजार रुपये ले चुका था। SP रायबरेली डॉ. यशवीर सिंह ने कहा कि का मामले में केस दर्ज करा दिया गया है। दरोगा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी।