स्वतंत्रता संग्राम में भारत माता के अनगिनत सपूतो ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराया आजादी की लड़ाई में भारत के सभी प्रदेशों के योगदान रहा अंग्रेजो को भारत से भगाकर देश को जिन वन्दनीय विरो को आजाद कराया उनमें सबसे कम उम्र के बालक क्रांतिकारी अमर शहीद हेमू कालाणी को भारत देश कभी नहीं भूल पायेगा।
आज डिग्री कालेज स्थिति शहीद हेमू कालाणी पार्क में उनका बलिदान दिवस मनाया गया,वहां एकत्रित हुए सभी लोगो ने दो मिनट का मौन रखकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की इस कार्यक्रम सयोंजक समाज के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सावलानी जी, कार्यक्रम के आयोजक श्री पनव खेत्रपाल, परेश कृपलानी जी रहे व कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र सिंह फौजी ने किया व कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे श्री शत्रुघ्न सोनकर अध्यक्ष नगर पालिका परिषद, रायबरेली जी ने कहा की हेमू कालाणी जी सबसे कम उम्र के स्वतंत्रता सेनानी थे,उनकोने कहा कि जैसे अंग्रेजो के विरुद्ध भारत छोड़ो आंदोलन तथा करो या मरो जिससे पूरे देश का वातावरण गर्म रहा उन्होंने कहा की सिंध समाज के लिए बहुत गर्व की बात है ये इन्ही शब्दो के साथ उन्होंने अपनी वाणी को विराम दिया इसी कड़ी कई वक्ताओं ने विचार व्यक्त किये,आर०पी०शुक्ला, नरेंद्र सिंह फौजी,राजा राम यादव फौजी, हरिहर प्रासद शुक्ला, रामू दादा,अतुल गुप्ता,पूनम तिवारी, महेंद्र अग्रवाल, त्रिलोचन सिंह छाबड़ा, इस वक्ताओं ने अपने उदगार व्यक्त किये गरिमामयी उपस्थित संतोष चेनानी,सत्यानंद सावलानी, रूच्चू मल संतानी, कैलाश चंदवानी, विनोद वलेचा, भीमसेन राजपाल,पेशूराम नंदवानी, गुलाब जगवानी, राजेश चांदनी, राकेश जीवनानी, संजय जीवनानी,सुशील संतानी,महेश कृपलानी, शिवेंद्र अटलानी, नितिन बजाज,सुमित खेत्रपाल, मोहित लखमणि, कुमार बजाज, कुशल कृपलानी, आकाश चेनानी आदि लोग मौजूद रहे।