- सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कर रहा उत्कृष्ट कार्य
- प्रदेश के बुंदेलखंड और अन्य क्षेत्रों में की जा रही है सोलर पार्कों की स्थापना
- बायोमास ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश देश में दूसरे स्थान पर
- पीएम सूर्य घर योजना से प्रदेश में 25 लाख घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य
- सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित होने से लोगों को मिलेगी 300 यूनिट मुफ्त बिजली
लखनऊ, 14 अगस्त। सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
खासतौर पर सोलर पार्क को लेकर प्रदेश में बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश में 3840
मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के 9 सोलर पार्कों की स्थापना की जा रही, जिसमें से 528 मेगावाट बिजली
का उत्पादन भी शुरू हो गया है। ये सोलर पार्क बुंदेलखंड और अन्य क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे हैं। प्रदेश में
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विशेष रूप से सोलर पार्कों की स्थापना के लिए बड़े पैमाने पर निवेश प्राप्त हुआ है।
उल्लेखनीय है कि सौर ऊर्जा की प्राकृतिक संभावना वाले सर्वश्रेष्ठ चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश
और मध्य प्रदेश के पश्चात उत्तर प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर है, जहां पर सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में वृहद
स्तर पर कार्य किया जा रहा।
प्रदेश में सौर ऊर्जा से 22 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य
सोलर पार्क के अतिरिक्त घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर लगाना, सोलर नगरों की स्थापना, कृषि फॉर्म को सौर
ऊर्जा से बिजली देना, पंप स्टोरेज एवं जैव ऊर्जा के उत्पादन पर भी प्रदेश सरकार का फोकस है। बायोमास ऊर्जा
उत्पादन के क्षेत्र में भी यूपी देश में दूसरे स्थान पर है। पीएम सूर्य घर योजना के तहत प्रदेश में 25 लाख घरों
की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी।
प्रदेश में सौर ऊर्जा से 22 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य है। इसमें 6 हजार मेगावाट निजी व
सरकारी भवनों में सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना करके की जाएगी तथा 14 हज़ार मेगावाट क्षमता की सौर
उपयोगिता परियोजनाएं व सोलर पार्क स्थापित किए जाएंगे। राज्य में अभी तक 3871.17 मेगावाट ग्रिड से
जुड़ी नवीकरणीय क्षमता स्थापित की गई है। साथ ही कैप्टिव उपयोग, तीसरे पक्ष की बिक्री और डिस्कॉम,
यूपीपीसीएल को बिजली की खुली बिक्री के तहत 2594 मेगावाट की ग्राउंड माउंटेड परियोजना स्थापित की गई।
घरों में 375 मेगावाट क्षमता के रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किए जा चुके हैं।
किसानों के निजी ऑनग्रिड पंप का सोलराइजेशन
इसी प्रकार पीएम कुसुम योजना के तहत 16.17 मेगावाट ग्रिड ट्यूबवेल को सौर ऊर्जा से संचालित किया जा
रहा है। किसानों के निजी ऑनग्रिड पंप का सोलराइजेशन के साथ अलग कृषि विद्युत फीडरों का भी
सोलराइजेशन कराया जाएगा। प्रदेश के 61 जिलों के गांवों में 886 मेगावाट के पेयजल पंपिंग स्टेशन सौर ऊर्जा
से संचालित किए गए। पिछले एक वर्ष में 528 मेगावाट ग्राउंड माउंटेड यूटिलिटी स्केल चालू किया गया है।
6800 मेगावाट यूटिलिटी स्केल परियोजनाओं को स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है। भारत सरकार ने
सोलर पार्क और अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट के विकास के लिए योजना लागू की है, जिसके तहत 39,250
मेगावाट क्षमता को मंजूरी मिली है। अब तक 22 सोलर पार्कों में 11,591 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजनाएं
देश में स्थापित की जा चुकी है।