- -सीएम योगी के विजन अनुसार, प्रदेश में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर व डिफेंस कॉरिडोर के अंतर्गत 33 आईएमएलसी
के विकास के लिए जल्द ही प्रक्रिया होगी शुरू - -यूपीडा ने इन सभी आईएमएलसी से संबंधित विभिन्न प्रकार की रिपोर्ट्स के संकलन व निर्माण के लिए एजेंसी
निर्धारण प्रक्रिया की प्रारंभ - -जिन जिलों में इन आईएमएलसी का गठन होना है उसमें मेरठ, प्रयागराज, आगरा, लखनऊ व गोरखपुर हैं मुख्य
तौर पर शामिल, कुल 5 एक्सप्रेसवे के किनारे होगा क्लस्टर्स का निर्माण - -कुल 6,149.30 हेक्टेयर चिह्नित क्षेत्र में होगा विकास व निर्माण कार्य, एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन के बाद
सभी संबंधित रिपोर्ट्स पर काम 120 दिनों में होगा पूरा - -25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा में होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में भी यूपीडा दर्ज कराएगा वृहद
उपस्थिति, 3डी मॉडल के जरिए विभिन्न एक्सप्रेसवे होंगे शोकेस
लखनऊ, 31 जुलाई। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार प्रदेश के औद्योगिक
विकास पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही है। यही कारण है कि प्रदेश में विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं को
गति देने के लिए योगी सरकार की ओर से लगातर प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में, सीएम योगी के विजन
अनुसार प्रदेश के कुल 30 जिलों में एक्सप्रेसवे के किनारे 33 इंटीग्रेटेड मैनुफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स
(आईएमएलसी) की स्थापना किए जाने की प्रक्रिया को गति देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिन 30 जिलों
के 6,149.30 हेक्टेयर चिह्नित क्षेत्र में विभिन्न आईएमएलसी का निर्माण प्रस्तावित हैं उनमें गंगा एक्सप्रेसवे से
जुड़ने वाले मेरठ, हापुड़, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ व प्रयागराज मुख्य
हैं। इसी प्रकार, बुदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे चित्रकूट में इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के साथ ही डिफेंस कॉरिडोर के
लिए नोड तथा बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन व औरैया में आईएमएलसी निर्माण की प्रक्रिया प्रस्तावित है। इसी
प्रकार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के समीप भी आईएमएलसी
प्रस्तावित है। इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए एनवॉयमेंटल व अन्य क्लियरेंस प्रक्रिया पूरी करने के लिए
विभिन्न प्रकार के रिपोर्ट्स का संकलन व निर्माण किया जाएगा जिसको लेकर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज
औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कुल 5 एक्सप्रेसवे के समीप चिह्नित क्षेत्रों में विकास की है योजना
सीएम योगी के विजन अनुसार, 30 जिलों में जिन 33 इंटीग्रेटेड मैनुफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स की
स्थापना की जानी है वह कुल 5 एक्सप्रेसवे के किनारे होगी। इनमें गंगा एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, आगरा-
लखनऊ एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे तथा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे मुख्य हैं। इनमें से आगरा-लखनऊ
एक्सप्रेसवे किनारे आगरा व अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर के लिए एडिशनल लैंड अलॉटमेंट तथा फिरोजाबाद,
इटावा व कन्नौज में आईएमएलसी के अंतर्गत इंडस्ट्रिलयल कॉरीडोर की स्थापना की जाएगी। वहीं, कानपुर में
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के साथ ही डिफेंस कॉरिडोर के लिए एडिशनल लैंड नोड भी प्रस्तावित है। वहीं, गोरखपुर
लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे गोरखपुर में 62.93 हेक्टेयर में आईएमएलसी के अंतर्गत इंडस्ट्रियल कॉरीडोर तथा
अंबेडकरनगर में 143.63 हेक्टेयर व 230.84 हेक्टेयर में इंडस्ट्रियल कॉरीडोर्स का निर्माण प्रस्तावित है। जबकि,
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे किनारे लखनऊ में 90, बाराबंकी में 246.30, अमेठी में 148.68, सुल्तानपुर में 338.99 व
गाजीपुर में 415.21 हेक्टेयर में आईएमएलसी के अंतर्गत इंडस्ट्रियल कॉरिडोर्स का विकास प्रस्तावित है।
विभिन्न प्रकार के रिपोर्ट्स के निर्माण व संकलन प्रक्रिया होगी शुरू
चूंकि, सभी निर्धारित परियोजनाओं में कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए एनवॉयरमेंटल व फॉरेस्ट क्लियरेंस की
जरूरत होगी, ऐसे में यूपीडा द्वारा रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल माध्यम से कन्सल्टेंट एजेंसी की निर्धारण प्रक्रिया शुरू
कर दी गई है। इस निर्धारण प्रक्रिया के पूरा होने के बाद एजेंसी को कार्यावंटित किया जाएगा जिसके बाद 120
दिनों के अंदर उसे आईएमएलसी प्रोजेक्ट से जुड़ी विभिन्न रिपोर्ट्स के निर्माण व संकलन के कार्यों को तेजी से
पूरा करना होगा। ऐसा करने के लिए सभी चिह्नित क्षेत्रों में जाकर विभिन्न सर्वे प्रक्रिया को पूरा करना होगा
और इस क्रम में उसे एक ऐसी टीम का गठन करना होगा जिसमें एनवॉयरमेंटल स्पेशलिस्ट्स, सोशियो
इकॉनमिक स्पेशलिस्ट, फॉरेस्ट-इकोलॉजी व बायोडाइवर्सिटी एक्सपर्ट्स की नियुक्ति की जाएगी।
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यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में 3डी मॉडल के जरिए विभिन्न एक्सप्रेसवे होंगे शोकेस
ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर के मध्य होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में भी
यूपीडा बड़ी उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है। इस कार्यक्रम में यूपीडा हॉल 8 में 400 से 500 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र
में एग्जिबिशन एरिया में उपस्थिति दर्ज कराते हुए प्रदेश के विभिन्न एक्सप्रेसवे के 3डी मॉडल को शोकेस
करेगा। यहां भी इंडस्ट्रियल व डिफेंस क्लस्टर्स को प्रमोट करेगा और 50 ऑफिशियल्स की तैनाती करेगा जो कि
एक्सपो में आने वाले इनवेस्टर्स और बिजनेस डिग्निट्रीज के साथ एमओयू समेत विभिन्न बैठकों में हिस्सा
लेंगे। यूपीडा के एग्जिबिशन विजिटिंग एरिया को बेहद आकर्षक बनाया जाएगा और यहां डिफेंस इक्विप्मेंट्स के
मॉडल्स को भी शोकेस किया जाएगा।