रायबरेली। जिले में पहली बार एक सफेद कोबरा दिखाई दिया है। संभवत: प्रदेश में भी पहली बार है, जो बेहद दुर्लभ प्रजाति के सांप को देखा गया है। सर्प विज्ञानी कोबरा सांप की इस नई प्रजाति को अल्बिनो स्पेक्टेक्लेड कहते हैं। इस दुर्लभ कोबरा की खोज पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केंद्र प्रयागराज के शोध छात्र राहुल निषाद ने रायबरेली के जगतपुर गांव के पास की है।
शोधाकर्ता राहुल निषाद ने बताया कि रायबरेली के जगतपुर में आर्द्रभूमि बहुत है। ऐसे क्षेत्रों में जलीय पौधों की बाहुलता रहती है। इस इलाके में सांपों की विभिन्न प्रजातियों के मिलने की सूचना पर उन्होंने खोज शुरू की, तो उन्हें अल्बिनो स्पेक्टेक्लेड कोबरा मिला। इसकी पहचान, विश्लेषण और अध्ययन के आधार पर की गई है। राहुल के अनुसार इस सांप के मिलने से प्रतीत होता है कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण बदलाव भी हो सकते हैं।
राहुल ने बताया कि अल्बिनो स्पेक्टेक्लेड कोबरा का पूरा शरीर सफेद एवं गुलाबी रंग का होता है। इसकी आंख लाल होती है। इन सांपों का अल्बिनिज्म एक आनुवंशिक गुण होता है, जिसमें मेलनिन प्राकृतिक रंग पिगमेंट की अभावता होती है जिसके कारण इनका शरीर पूरी तरह सफेद एवं गुलाबी रंग का होता है। अल्बिनो स्पेक्टेक्लेड कोबरा स्वभाव से काफी शर्मीला और संवेदनशील है। सफेद रंग होने की वजह से कुछ लोग इसे छूना चाहते हैं तो कुछ लोग मार देते हैं लेकिन यह दोनों अवस्था गलत है। उन्होंने कहा कि जैव विवधता के संरक्षण की दिशा में इस प्रजाति को बचाने की जरूरत है।
राहुल की इस खोज को अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका रेपटाइल एण्ड एम्फिबियंस में प्रकाशित किया गया है। राहुल का दावा है कि प्रदेश में अल्बिनो स्पेक्टेक्लेड कोबरा की यह पहली खोज है।