रायबरेली (संवाददाता), 28 जून। जिला चिकित्सालय रायबरेली में ब्लड बैंक में स्थापित ब्लड कम्पोनेण्ट सेपरेटर यूनिट का उद्घाटन श्रीमती हर्षिता माथुर जिलाधिकारी रायबरेली के कर कमलों द्वारा किया गया। उस समय मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महेन्द्र मौर्य तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेन्द्र सिंह के अलावा चिकित्सालय के डा. सै. अलताफ हुसैन, वरिष्ठ परामर्शदाता, डा.हेमारानी गुप्ता पैथोलाजिस्ट ब्लड बैंक, डा. ऋचा त्रिपाठी, डा. श्वेता सिंह, डा. दीपेन्द्र सिंह, डा. जे.के.लाल, डा. पी.के.वैसवार, डा. राजीव अग्रवाल, डा. राजेन्द्र शर्मा, डा. बी.आर.यादव हास्पिटल मैनेजर तथा ब्लड बैंक एवं जिला चिकित्सालय के समस्त स्टाफ तथा चिकित्सालय के चिकित्सा कर्मी एवं मीडिया (प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक) के तमाम लोग मौजूद थे।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. महेन्द्र मौर्य ने जिलाधिकारी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया तथा अवगत कराया कि ब्लड कम्पोनेण्ट सेपरेटर यूनिट से प्लेटलेट्स, पैक्ड आर.बी.सी. तथा प्लाज्मा का निर्माण किया जायेगा। प्लेटलेट्स से उन मरीजों (डेंगू, वाइरल फीवर आदि) को लाभ मिलेगा जिनमें प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है। पैक्ड सेल आर.बी.सी.का उपयोग सीवियर एनीमिया के मरीजों में किया जायेगा। पूर्व में प्लेटलेट्स की कमी एवं पैकड सेल आर.बी.सी.के लिए मरीजों को या तो एम्स रायबरेली या के.जी.एम.यू.लखनऊ रिफर किया जाता है, अब उन मरीजों को उक्त स्थानों पर रिफर नहीं करना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि जिला चिकित्सालय रायबरेली के ब्लड बैंक का लाइसेंस 12 वर्षों से कालातीत (इक्सपायर) था, जिसके लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. महेन्द्र मौर्य ने व्यक्तिगत अभिरूचित दर्शाते हुए ब्लड बैंक के लाइसेंस हेतु कार्यवाही की तथा उच्चाधिकारियों से सम्पर्क स्थापित कर ब्लड सेपरेटर यूनिट का भी लाइसेंस जिला चिकित्सालय रायबरेली को उपलब्ध करवाया। जिसे उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. महेन्द्र मौर्य को सराहा गया।
उक्त अवसर पर समाजसेवी महेन्द्र अग्रवाल, प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रेम नारायण द्विवेदी, डा.बैसवारा, डा.शर्मा, डा.अल्ताफ, डा. लाल सहित कई डाक्टर उपस्थित रहे