- बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट एलएलपी और यीडा के बीच फिल्म सिटी को लेकर हुआ कंसेशन एग्रीमेंट
- 8 वर्षों में पूरा होगा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी का प्रोजेक्ट, 230 एकड़ में फिल्म फैसिलिटी के साथ कॉमर्शियल
कंपोनेंट्स होंगे विकसित - फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया
- कुल 157 एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स का होगा विकास, 135 एकड़ में फिल्मिंग फैसिलिटी और 21 एकड़ में
बनेगा फिल्म इंस्टीट्यूट - 75 एकड़ में सर्विस एकमोडेशन, हॉस्पिटैलिटी और ऑफिस जैसे कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित किए जाएंगे
- अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी के एक्सेस को बढ़ाने के लिए 75 मीटर का इंटरलिंक लेन बनाएगी यमुना अथॉरिटी
लखनऊ/नोएडा, 27 जून। सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट अंर्तराष्ट्रीय फिल्म सिटी आकार ले रहा है। यमुना
एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के तहत नोएडा के सेक्टर 21 में बनने वाली यह फिल्म सिटी 8
वर्षों में पूरी तरह बनकर तैयार होगी, जबकि पहले चरण में तीन साल के अंदर यहां फिल्मों से संबंधित
फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1510 करोड़ रुपए का खर्च
किया जाएगा। गुरुवार को फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली बोनी कपूर और आशीष भूटानी की कंपनी बेब्यू
प्रोजेक्ट एलएलपी और यीडा के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। कंसेशन एग्रीमेंट प्राधिकरण के
मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुणवीर सिंह और बोनी कपूर के बीच हस्ताक्षरित हुआ। इस दौरान अपर
मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति एवं आशीष भूटानी भी उपस्थित रहे।
1095 दिनों में फिल्म फैसिलिटीज की होगी शुरुआत
यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी के पूरे प्रोजेक्ट को 8 वर्ष या 2920 दिन में पूरा
किया जाएगा। वहीं फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य
निर्धारित किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1510 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। पहले दो साल में फिल्म
सिटी के निर्माण में 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे तो तीसरे वर्ष 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं चौथे से 8वें साल
के बीच इस पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्टूडियो बैकलॉट्स और ओपेन सेट्स
समेत फिल्मिंग कंपोनेंट्स पर 832.91 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जबकि हॉस्पिटैलिटी पर 373.93 करोड़
रुपए, सर्विस एकमोडेशन पर 315.07 करोड़ रुपए, ऑफिस पर 109.60 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 76.44
करोड़ रुपए खर्च होंगे।
156 एकड़ में निर्मित होंगे फिल्मी कंपोनेंट्स
भूमि की बात करें तो कुल 230 एकड़ क्षेत्र में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 135 एकड़ क्षेत्र में
फिल्मिंग फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। वहीं 21 एकड़ क्षेत्र में फिल्म इंस्टीट्यूट बनेगा। इस तरह कुल 156
एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स को विकसित किया जाएगा। वहीं शेष 75 एकड़ में कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित
किए जाएंगे। इनमें सर्विस एकमोडेशन 57 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-डॉर्मिटरीज 2.37 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-
अपस्केल 5.15 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी अपर अपस्केल में 3.60 एकड़ में, एफएंडबी फोकस्ड रिटेल डेवलपमेंट
5.15 एकड़ में और कॉमर्शियल ऑफिस 2.37 एकड़ में निर्मित होगा।
वर्ल्ड क्लास फिल्म सिटी बनाने का वादा
साइनिंग सेरेमनी के दौरान मशहूर फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने कहा कि ये जो फिल्म सिटी का कार्य हो रहा
है, हमारी तैयारी इसकी साइनिंग से पहले ही शुरू हो चुकी है। हाल ही में मैं लंदन और एलए गया और वहां
काफी स्टूडियोज का अवलोकन किया। जो नए स्टूडियोज बने हैं, वहां किस तरह की नई टेक्नोलॉजी का उपयोग
किया जा रहा है, इसका भी जायजा लिया। यूपी में बन रही यह अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी पूरी तरह वर्ल्ड क्लास
होगी। वहीं यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने कहा कि फिल्म सिटी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए
हम इसके एक्सेस का पूरा ध्यान रख रहे हैं। फिल्म सिटी में बड़े-बड़े सेट लगाने के लिए बड़ी गाड़ियों का
आवागम होगा, इसको देखते हुए यमुना अथॉरिटी ने 75 मीटर इंटरलिंक लेन बनाने का निर्णय लिया है। इसकी
प्लानिंग हमने कर ली है, इसका सारा व्यय प्राधिकरण ही करेगा। यमुना प्राधिकरण का स्वभाव है कि वो अपने
निवेशकों को नहीं मांगने पर भी उनकी सुविधा के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करता है।