-सीएम योगी की मंशा अनुसार, 319.73 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश के 277 मार्गों पर विशेष मरम्मत कार्यों
को किया जाएगा पूर्ण
-प्रत्येक मार्गों की मरम्मत में 40 लाख रुपए तक का औसत व्यय होने का है अनुमान, विस्तृत कार्य योजना के
जरिए इस प्रक्रिया को दिया जाएगा मूर्त रूप
-प्रदेश के 63 से ज्यादा जिलों में सड़कों की विशेष मरम्मत की प्रक्रिया शुरू, लोक निर्माण विभाग ने शुरू की
तैयारियां
-इन विशेष निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के लिए 319.73 करोड़ रुपए के सापेक्ष पहली किस्त के तौर पर
63.94 करोड़ रुपए की धनराशि को मिली प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति
लखनऊ,3 नवंबर। उत्तर प्रदेश की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रही योगी सरकार प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर
की इकॉनमी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस वृहद लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही योगी सरकार
प्रदेश में नागरिक सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर्स के डेवलपमेंट समेत तमाम चिन्हित
कार्यों को क्रमवार तरीके से मूर्त रूप दे रही है। इसी क्रम में, नागरिक सुविधाओं में इजाफा व आर्थिक तरक्की
को लक्षित कर प्रदेश के मार्गों के मेकओवर की वृहद प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीएम योगी की मंशा अनुरूप एक
विस्तृत कार्ययोजना तैयार गई है जिसके अंतर्गत प्रदेश के 63 से ज्यादा जिलों की कुल 277 सड़कों के
मेकओवर की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार, इस वृहद लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 319.73
करोड़ रुपए की अनुमानित लागत स्वीकृत की गई है जिसके जरिए प्रत्येक मार्ग पर 40 लाख रुपए के औसत
व्यय होने का अनुमान है। इसी क्रम में, योगी सरकार के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने इन विशेष मरम्मत
कार्यों को पूर्ण करने के प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पहली किस्त के तौर पर 63.94 करोड़ रुपए हुए जारी
उल्लेखनीय है कि मार्गों के मेकओवर व विशेष मरम्मत के लिए प्रावधानित 319.73 करोड़ रुपए के सापेक्ष
पहली किस्त के तौर पर प्रदेश सरकार द्वारा 63.94 करोड़ रुपए की धनराशि को प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति
प्रदान करते हुए जारी कर दिया गया है। इस स्वीकृति से मरम्मत कार्यों की पूर्ति में तेजी आएगी और निर्धारित
लक्ष्यों की पूर्ति का मार्ग प्रशस्त होगा। प्रदेश के जिन 63 जिलों के चिह्नित मार्गों के दुरुस्तीकरण की प्रक्रिया
की शुरुआत हुई है इनमें से कई मार्ग ऐसे हैं जिन पर काफी समय से रिपेयर वर्क्स नहीं हुए थे। साथ ही,
ग्रामीण इलाकों को जिलों के मुख्य मार्गों से जोड़ने वाली कई सड़कों को रिपेयर वर्क्स की इस प्रक्रिया के जरिए
मूर्त रूप दिया जाएगा। इसके अलावा, राष्ट्रीय मार्ग, संपर्क मार्ग, बॉर्डर मार्ग व राजमार्गों को भी इन विशेष
मरम्मत कार्यों के लिए चिह्नित मार्गों में सम्मिलित करते हुए उनके भी दुरुस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी
है।
आगरा, वाराणसी, प्रयागराज व लखनऊ समेत कई जिलों पर फोकस
लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश के 63 जिलों में इन मरम्मत कार्यों को पूर्ण किया जाएगा और लोक निर्माण
विभाग के प्रमुख अभियंता (विकास) व विभागाध्यक्ष इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण
और उत्तर प्रदेश शासन के रूलबुक मुताबिक पूर्ण किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि इन निर्माण कार्यों को आगरा,
वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, लखनऊ, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, झांसी व गोरखपुर के साथ ही बहराइच,
सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, बस्ती, गोण्डा, संत कबीरनगर, महोबा, पीलीभीत, कुशीनगर व अमरोहा व अन्य जिलों
के पूर्ण किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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मिड डे मील की तर्ज पर उपलब्ध कराया जाएगा हॉट कुक्ड फूड
हॉट कुक्ड फूड के लिए मिड डे मील के मेन्यू को ही मिल सकती है मंजूरी
को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में पीएम पोषण के अन्तर्गत प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय की रसोई में
तैयार होगा हॉट कुक्ड फूड
लखनऊ, 2 नवंबर। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 03-06 वर्ष के बच्चों के लिए गर्म पका हुआ भोजन उपलब्ध कराने की
दिशा में काम कर रही योगी सरकार योजना के सुचारू संचालन के लिए मिड डे मील योजना की तर्ज पर एक
समान मेन्यू रखने का निर्णय ले सकती है। प्रस्ताव के अनुसार सप्ताह में बच्चों को वही भोजन परोसा जाएगा
जो मिड डे मील में बेसिक विद्यालयों में बच्चों को परोसा जाता है। ये प्रस्ताव हाल ही में मुख्य सचिव दुर्गा
शंकर मिश्र की अध्यक्षता में हॉट कुक्ड मील योजना संबंधी राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में रखा गया।
टास्क फोर्स द्वारा इस पर निर्णय लिया जाएगा, जिसे सीएम का अनुमोदन मिल सकता है।
ये हो सकता है मेन्यू
प्रस्ताव में कहा गया है की प्रदेश में लगभग 65 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों
के परिसर में (को लोकेटेड) स्थित हैं। ऐसे में इन्ही विद्यालयों की रसोई में ही भोजन पकाया जाना है। इसलिए
पीएम पोषण योजना (मिड डे मील) के समरूप ही मेन्यू रखे जाने का प्रस्ताव है। मेन्यू में सोमवार को
रोटी, सोयाबीन की बड़ी युक्त मौसमी सब्जी एवं ताजा मौसमी फल होंगे। मंगलवार को चावल सब्जी युक्त दाल,
बुधवार को मौसमी सब्जी एवं सोयाबीन की बड़ी युक्त तहरी, गुरुवार को रोटी एवं सब्जी युक्त दाल, शुक्रवार को
मौसमी सब्जी एवं सोयाबीन की बड़ी युक्त तहरी और शनिवार को चावल एवं सब्जी युक्त दाल परोसी जाएगी।
हॉट कुक्ड फूड में मिलेट्स को प्राथमिकता दी जाएगी।
आंगनवाड़ी सहायिका परोसेगी भोजन
इस बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों में पीएम पोषण के अन्तर्गत
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के निकट स्थित किचन में रसोईये द्वारा हॉट कुक्ड फूड तैयार कर बच्चों
को उपलब्ध कराया जाए। 200 मीटर की परिधि में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों को समीपस्थ प्राथमिक विद्यालय
से सम्बद्ध किया जाए। तैयार कुक्ड मील को आंगनबाड़ी केन्द्र तक पहुंचाने व बच्चों को वितरित व परोसने
का दायित्व आंगनवाड़ी सहायिकाओं को दिया जाए। 200 मीटर की परिधि में 2 विद्यालय होने पर नजदीक
स्थित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को प्राथमिकता दी जाए।