प्रवीण योजना से विद्यार्थी बनाए जाएंगे स्वावलंबी
दसवीं-बारहवीं तक की पढ़ाई करते करते हाथ में होगा हुनर
आईटी से लेकर रिटेल सेक्टर तक के लिये तैयार किये जाएंगे विद्यार्थी
लखनऊ, 8 अगस्त।
किन्हीं कारणों से हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाले
छात्रों को अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। योगी सरकार हाईस्कूल-इंटर तक
की पढ़ाई करते करते ही छात्रों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कदम बढ़ा
दिया है। इसके लिए सरकार प्रवीण योजना लेकर आयी है, जिसके क्रियान्वयन में
आने वाले दिनों में खासी तेजी देखने को मिलेगी।
पढ़ाई छोड़ने पर भी हाथ में होगा सर्टिफाइड स्किल
योगी सरकार का पूरा जोर रोजगार परक शिक्षा तथा कौशल विकास की
योजनाओं पर है। शिक्षा विभाग एवं कौशल विकास मिशन के साझा प्रयास से
प्रदेश में एक अनोखी योजना की परिकल्पना की गयी है। इसका नाम प्रवीण रखा
गया है, जिसमें कौशल विकास मिशन के सर्टिफिकेट कोर्सेस को माध्यमिक
विद्यालयों में पढ़ाई के समय में ही संचालित किया जा रहा है, जिससे यदि कोई
छात्र कक्षा 10 या कक्षा 12 के बाद पढ़ाई नहीं करता है तो भी उसके पास
रोजगार के लिये एक सर्टिफाइड कौशल उपलब्ध होगा।
वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिये जॉब रेडी स्किल डेवलप किया जाएगा
प्रवीण योजना के अंतर्गत राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों में वोकेशनल
ट्रेनिंग के माध्यम से जॉब रेडी स्किल्स डेवलप किया जाएगा। इसमें हर
कार्यदिवस में स्कूल टाइम के दौरान में निःशुल्क सर्टिफिकेशन कोर्स संचालित
किया जायेगा।
11 ट्रेडों की दी जाएगी जानकारी
कौशल विकास मिशन के डायरेक्टर आंद्रा वामसी के अनुसार सरकार की
ओर से छात्र-छात्राओं को 11 विभिन्न ट्रेडों की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें आईटी,
इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी एंड वेलनेस, ओडीओपी, रिटेल, ऑटोमोबाइल सहित कई
रोजगारपरक विषय शामिल हैं। ट्रेनिंग पूरी होने पर विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट
भी प्रदान किया जाएगा।
21 हजार छात्र-छात्राओं को बनाएंगे स्किल्ड
अधिकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से इसके लिये कुल
150 विद्यालयों को चुना गया है। इसमें प्रत्येक जिले में 2 स्कूलों का चयन होगा,
जिसमें एक हायर सेकेंड्री ब्वॉयस स्कूल और एक हायर सेकेंड्री गर्ल्स स्कूल होगा।
2022-23 में सरकार का लक्ष्य कक्षा 9 से 12 तक के 21 हजार छात्र-छात्राओं
को स्किल्ड बनाने का है।
इच्छुक विद्यार्थियों को सेलेक्ट करेगा शिक्षा विभाग
माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रवीण योजना के लिये इच्छुक विद्यार्थियों को
सेलेक्ट करेगा तथा उन्हें स्पेशल क्लास उपलब्ध करायी जाएगी। साथ ही कौशल
विकास मिशन की ओर से ऐसे विद्यार्थियों की ट्रेनिंग से संबंधित खर्चों को वहन
किया जाएगा।
विद्यार्थियों को ज्ञान-कौशल और राष्ट्रप्रेम से जोड़ना
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कई ऐसे अहम् निर्णय
और कल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत की गयी है, जिनके द्वारा आम आदमी
के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से माध्यमिक शिक्षा विभाग
द्वारा प्रवीण योजना को लेकर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। इस योजना
का मुख्य लक्ष्य सभी विद्यार्थियों को माध्यमिक स्तर की शिक्षा जारी रखने के
लिए समान अवसर सुनिश्चित करते हुए ज्ञान, कौशल और राष्ट्र प्रेम की भावना
विकसित करने वाली गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना है।