रायबरेली। शासन के निर्देश पर कोविड-19 संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए कृषि विभाग के अधिकारी व किसानों से बेहतर संवाद स्थापित कर खरीफ उत्पादकताध्कृषि निवेश के बारे में बताये तथा कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के साथ ही किसानों को सशक्त व समृद्धिशाली बनाने में आगे आये। इसी क्रम में जनपद कलेक्ट्रेट के वर्चुअल के माध्यम से प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही व राज्यमंत्री लाखन सिंह ने समस्त जनपदों के जिलाधिकारी व मण्डलायुक्तों, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी व कृषकों से वर्चुअल के माध्यम से कहा कि किसान खरीफ अभियान की सफलता के लिए कृषि विभाग तथा प्रदेश कृषि नीति द्वारा बताए गए दिशा निदेर्शो व आधुनिक तरीके से कृषि कर कृषि उपज व उत्पादन बढ़ाकर कृषि व किसान विकास समृद्धि मे आगे आए। किसानों के विकास, उत्थान तथा उन्नयन के प्रति देश व प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है। सरकार की परिकल्पना है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी से अधिक कर समृद्धशाली व सशक्त बनाना है। अर्थव्यवस्था में कृषि का रोल है।
जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने उपकृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी आदि को निर्देश दिये है कि राजस्तरीय खरीफ उत्पादकता से सम्बन्धित किसानो से वर्चुअल गोष्ठी में दिये जा रहे जानकारी व दिशा निर्देशों एवं कृषि से सम्बन्धित व किसानों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी, लाभपरक योजनाओ की जानकारी किसान बढ़चढकर देकर लाभ प्राप्त कराये। किसान व्यवसाय से अधिक कृषि अपनी संस्कृति समझे तथा प्रगतिशील किसान बनने की ओर अग्रसर रहे। जनपद मे कृषि विकास की असीम संभावना है। आधुनिक तकनीकी उन्नतिशील बीज, खाद आदि उपयोग कर उपज बढ़ाए। किसान कृषि विविधीकरण के माध्यम से खेती करें और उसकी आय कैसे दोगुनी हो इस पर चिंतन मंथन व कार्य करें। किसान जैविक खादों का प्रयोग करें। रासायनिक खादों की जहां जरूरत हो वही करें इसके अलावा पानी का पूरी तरह सदुपयोग करे।
उपनिदेशक कृषि एचएन सिंह ने भी किसानों को मत्स्य पालन, पशुपालन आदि कृषि सम्बन्धित जानकारियां देते हुए बताया कि जनपद में उन्नतशील बीज व खाद, कृषि रसायन की कोई कमी नहीं है। केंद्र और प्रदेश दोनों सरकारों का प्रयास है कि किसान भाईयों की माली हालत ठीक हो। किसान जागरूक हो तथा अपनी फसल को उपजाकर अपनी आय बढ़ायें। किसी प्रकार की आपदा आती है तो उसका अनुदान बिना किसी भेदभाव के सभी को मिलेगा। फसल बीमा किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। वर्चुअल के माध्यम से किसानों को बचत भवन व एलआईसी में किसानों ने कृषि वैज्ञानिकों द्वारा नित खोज किए जा रही है आधुनिक खेती कृषि उपकरण यंत्र आदि को भी जाने तथा उसके अनुरूप खेती करने को भी जाना।
इस मौके पर उपनिदेशक कृषि एनएच सिंह, उपनिदेशक सूचना प्रमोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी रवि प्रकाश, सहायक निदेशक मत्स्य आदि वैज्ञानिक व कृषक उपस्थित रहे।