सामान्य परिवार में जन्मे सरेनी क्षेत्र के रामपुर कलां गांव से निकले संत गाडगे सेवक एवं अखिल भारतीय धोबी महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश चौधरी ने अपनी बेटी ऋचा चौधरी की पढ़ाई में तन-मन-धन समर्पित किया तो बेटी ने भी उसका परिणाम पी.सी.एस. में चयनित होकर दिखा दिया और यह साबित किया कि मन, लगन और निष्ठा हो तो सफलता अवश्य मिलती है। ऋचा चौधरी का चयन लोक सेवा आयोग के माध्यम से असिस्टेन्ट डायरेक्टर ‘‘मतस्य’’ के पद पर हुआ, ऋचा चौधरी की सफलता पर पिता संत गाडगे सेवक कमलेश चौधरी, माता श्रीमती आशा चौधरी, चाचा दिनेश चैधरी, चाची सुनीता चौधरी, बाबा ईश्वरदीन धोबी, आजी श्रीमती जीवन देवी नाना रामकिशन, नानी शान्ती देवी ने हमेशा हौसला बढ़ाया और कभी भी बेटी के हौसले को कम नहीं होने दिया। गंगा के किनारे स्थित गांव रामपुर कलां के समाजसेवी कमलेश चौधरी की तपस्या रंग लाई, जिसके परिणाम स्वरूप बेटी ने भी उनका, परिवारजनों का व ससुराल पक्ष के लोगों व रामपुर कलां गांव का नाम प्रदेश में रोशन किया।
कहते हैं कि पूत के पांव पालने से ही दिखाई पड़ने लगते हैं, जब ऋचा की प्रारम्भिक शिक्षा न्यू स्टैण्डर्ड पब्लिक स्कूल रायबरेली से शुरू हुई तो शुरूवाती दौर से ही ऋचा की बुद्धिमता से विद्यालय परिवार के लोग हमेशा उसकी प्रशंसा करते थे। जीव विज्ञान से इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद आई.सी.ए.आर. की परीक्षा पास की और आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद से मतस्य विज्ञान से स्नातक किया, उसके बाद ऋचा चैधरी ने सम्बन्धित विषय से परास्नातक करने की इच्छा व्यक्त की तो पिता कमलेश चैधरी ने उसका हौसला बढ़ाते हुए आई.सी.ए.आर. की परीक्षा में बैठाया और वह सफल हुई उसे कर्नाटक कृषि एनीमल विश्वविद्यालय बीदर, मंगलौर में एडमीशन मिला, वर्ष 2017 में ऋचा वहां से फिस प्रोसेसिंग में परास्नातक किया, इसके बाद ऋचा की शादी नरेश कुमार पी.पी.एस. पुलिस उपाधीक्षक से हो गयी। ससुराल जाने के बाद भी पी.सी.एस. की तैयारी करती रही, साथ ही हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार से फिस प्रोसेसिंग से पी.एस.डी. में एडमीशन ले लिया, जिसमें शोध कार्य जारी है, अभी हाल में लोक सेवा आयोग का परिणाम निकला तो ऋचा को सफलता हासिल हुई और उसका चयन सहायक निदेशक मतस्य के पद पर हुआ। खास बात यह है कि शादी के बाद भी ऋचा चौधरी की पढ़ाई-लिखाई तैयारियों में उसके पति पी.पी.एस. अफसर पुलिस उपाधीक्षक नरेश कुमार जो मौजूदा समय में मऊ जनपद में सी.ओ. सिटी के पद पर तैनात है ने मनोबल बढ़ाया साथ ही सास-ससुर व ससुराल पक्ष भरपूर सहयोग मिला। माता-पिता, चाचा-चाची, बाबा-आजी, नाना-नानी सहित पति नरेश कुमार पी.पी.एस. व समस्त गुरूजनों का श्रेय रहा है। बेटी ने सभी के प्रति हृदय की गहराइयों से कृतज्ञता ज्ञापित किया है। निसन्देह ऋचा चौधरी का चयन जनपद रायबरेली के लिए गौरव की बात है।