SGPGI में 10 लाख रुपये में होगा हार्ट ट्रांसप्लांट:डोनर मिलते ही प्रत्यारोपण की तैयारी, हार्ट ट्रांसप्लांट शुरू करने वाला प्रदेश का पहला संस्थान होगा हार्ट ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर हैं। SGPGI में जल्द ही दिल का प्रत्यारोपण शुरू होगा। संस्थान की तरफ से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दावा हैं कि डोनर यानी ब्रेन डेड मरीज का दिल मिलते ही प्रत्यारोपण होगा। वही दूसरी तरफ, CVTS विभाग ने प्रत्यारोपण वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। दिल का प्रत्यारोपण करने वाला SGPGI प्रदेश का पहला संस्थान होगा। बड़ी बात ये हैं कि संस्थान में प्रत्यारोपण का खर्च 10 लाख रुपये के बीच आएगा। जबकि दिल्ली के निजी अस्पतालों में इसका खर्च 1 करोड़ तक आता हैं। SOTTO के जरिए मिलेगा डोनर SGPGI के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि संस्थान के सर्जन हार्ट ट्रांसप्लांट करने में सक्षम हैं। इसके लिए डॉक्टरों की टीम तैयार है। ब्रेन डेड मरीज का हार्ट लेकर प्रत्यारोपित किया जाएगा। SOTTO यानी स्टेट आर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट की मदद ली जा रही है। हार्ट ट्रांसप्लांट का बनेगा टॉप सेंटर SGPGI के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ.आदित्य कपूर ने बताया कि यूपी के चिकित्सा संस्थानों में हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा हैं। इस लिहाज से SGPGI में इस सुविधा की शुरुआत होने की बेहद जरूरत थी। युवाओं में बढ़ रही समस्या संस्थान के CVTS विभाग के डॉ. शांतनु पांडेय ने बताया कि युवाओं में धमनियों में रुकावट की समस्या तेजी से बढ़ रही है। करीब 15 साल पहले तक यह समस्या 60 साल के बाद होती थी, लेकिन अब यह समस्या 40 साल के युवाओं में देखने को मिल रही है। बढ़ रहे हार्ट फेलियर रोगी CVTS विभाग में हर माह 10 मरीज दिल की बीमारी के आ रहे हैं। इनमें प्रत्यारोपण की जरूरत होती है। डॉक्टरों का कहना है कि इनकी पहचान कार्डियोलॉजी और CVTS विभाग में जांच के दौरान हो पाती है। ये टीम करेगी हार्ट ट्रांसप्लांट SGPGI में हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए CVTS के डॉ. एसके अग्रवाल, डॉ. शांतनु पांडेय, कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. आदित्य कपूर और डॉ. सत्येंद्र तिवारी समेत कई डॉक्टरों की टीम बनाई गई है।