पर्युषण पर्व के आठवें दिन जैन समाज के अनुयायियों ने उत्तम त्याग धर्म की उपासना की। इस दौरान दिगंबर जैन मंदिर में सुबह 6 बजे से ही मंत्रोच्चार गूंजने लगे।
सिविल लाइन स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह भगवान का अभिषेक शान्ति धारा, तत्वर्थ सूत्र वाचन, हवन व दसधर्म पुजा की गई l मंगलवार को
दिगंबर जैन मंदिर में पर्व की महता बताते हुए जैन समाज के अशोक जैन ने कहा कि
पर्युषण को जैन धर्म के लोग काफी महत्वपूर्ण त्योहार मानते हैं। जैन धर्म में पर्युषण को पर्वों का राजा कहा जाता है। ये पर्व भगवान महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्म, जिओ और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है। साथ ही मोक्ष प्राप्ति के द्वार खोलता है। इस महापर्व के जरिए जैन धर्म के अनुयायी उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम ब्रह्मचर्य के जरिए आत्मसाधना करते हैं।
सुगंध की महक एवं समय-समय पर होने वाले हवनों से विश्व में अमंगलकारी कार्य नष्ट हो जाते हैं। जैन समाज के मीडिया प्रभारी अंकित जैन ने बताया कि अध्यक्ष सुनील जैन के सान्निध्य में भगवान आदिनाथ का अभिषेक,विशेष पूजा अर्चना की गई।
इस मौके पर रमेश जैन,हेमेन्द्र जैन,इंदर जैन,संदीप जैन,आर के जैन,संजीव जैन,अतुल जैन,अजय जैन,प्रदीप शर्मा,शुभम जैन,नितेश जैन,विकाश जैन,महक जैन,नेहा जैन,पूजा जैन, आरना जैन,नैनिका जैन,शकुंतला जैन,रजनी जैन,मधु जैन शारदा जैन,अनुराधा जैन,अनीता जैन,शालनी जैन,रेखा जैन,प्रियंका जैन आदि जैन समाज के लोग जैन मंदिर पहुंचे।