रायबरेली, 11 जुलाई। अमेरिका में रहने वाले दो अप्रवासी भारतीयों शालिनी दीक्षित और अनिरूद्ध साठे, जो अमेरिका आने के बाद भारत के रेडियो अनुभव को मिस कर रहे थे। इसलिए केवल इसके बारे में बात करने के बजाय, उन्होंने एक उद्यम शुरू करने का बीड़ा उठाया और हमारे ‘देशी’ समुदाय को एक साथ लाने और उन्हें घर जैसा ही सुनने का अनुभव प्रदान करने के लिए शुद्ध देशी रेडियो लान्च किया। संवाददाताओं से वार्ता के दौरान रायबरेली की मूल निवासिनी शालिनी दीक्षित ने बताया कि 4 साल पहले, मैं और मेरा दोस्त अनिरूद्ध साठे इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि हम अमेरिका में भारतीय रेडियो के अनुभव को कैसे याद करते हैं। हम रेडियो सुनते हुए बड़े हुए हैं। हम अलार्म घड़ी की बजाय रेछियो की आवाज से जागते थे। रेडियो हमारे जीवन का अभिन्न अंक था और भारत में आज भी यह लोगों के जीवन का अहम हिस्सा हैं। हमारी तरह ही भारत में पलायन करने वाले अधिकांश भारतीय रेडियो के पूरे अनुभव का बहुत मिस कर रहे थे।
3 मार्च, 2018 को दोनों ने शुद्ध देसी रेडियो लांच किया और पहले दिन इसके लगभग 700 श्रोता थे। हमने 2 लोगों और सप्ताहांत पर 8 घंटे की प्रोग्रामिंग के साथ शुरूआत की और 4 साल बाद, हम 4-5 राज्यों से रेडियो में काम करने वाले 1 दर्जन से अधिक लोग हैं। हम 24/7 प्रोग्रामिंग तक पहुंच गए हैं, और लगभग 100,000 श्रोता हैं… यह सब सिर्फ 5 साल की अवधि में, जिसमें 2 साल की कोविड महामारी भी शामिल हैं। नैशलिव को आप्रवासियों द्वारा स्थापित एक रेडियो स्टेशन मिला और दुनिया का संगीत शहर होने के नाते, शुद्ध देसी रेडियो का मुख्यालय नैशलिव में होना बिल्कुल उचित है।
बताया कि आज यह भारतीय उपमहाद्वीप के लोगों के लिए अमेरिका में सबसे लोकप्रिय रेडियो स्टेशनों में से एक है। हम भारत के बाहर अपने ‘देशी’ समुदाय को विभिन्न प्रकार के मनोरंजन, सवर्धन, शिक्षा के साथ विकसित और एकीकृत कर रहे हैं। केवल बालीवुड संगीत के अलावा, भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं- मराठी, तेलुगु, तमिल, उड़िया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़ के साथ-साथ स्वास्थ्य और कल्याण, वित्त, शिक्षा (स्कूल), क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे अन्य विषयों पर कार्यक्रम। हाल ही में हमने ‘सेलिब्रिटी कनेक्ट’ श्रृंखला शुरू की है जहां हम प्रसिद्ध हस्तियों के साथ बातचीत करते हैं। पिछले कुछ हफ्तों में हमने अनुपम खेर सर, शंकर महादेवन सर, महाभारत के कृष्ण- नितीश भारद्वाज, काॅमेडी किंग राजू श्रीवास्तव, विज्ञापन गुरू भरत दाभोलकर (कुछ नाम) का साक्षात्कार लिया। अंत में शालिनी दीक्षित ने कहा कि मेरी इच्छा है कि मैं अपने शुद्ध देशी रेडियो की शाखा भारत में स्थापित करूं ताकि भारत और अमेरिका के बी सांस्कृतिक रिशता बना रहे। इस अवसर पर बैंक अधिकारी के.एन.मिश्र , पुत्र वत्सिन और अतिशा मौजूद रहे।