बाहरी हिस्से में शिफ्ट होगा जिला कारागार, वर्तमान जेल को बनाएंगे
सेनानियों का स्मारक
बलिया बलिदान दिवस समारोह में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
बलिया, 19 अगस्त।
बलिया के ऐतिहासिक बलिदान दिवस के अवसर पर पहुंचे मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने जिले के लिए दो बड़ी सौगातों की घोषणा की। उन्होंने
बलिया में मेडिकल कॉलेज की स्थापना और जिला कारागार को बाहरी हिस्से में
शिफ्ट कर वर्तमान जिला जेल को सेनानियों का स्मारक बनाने की घोषणा की।
शुक्रवार पूर्वाह्न बलिया पुलिस लाइन में आयोजित "बलिया बलिदान
दिवस" समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि
पांच साल से मेडिकल कॉलेज के जमीन मांग रहा हूं लेकिन मिल नहीं रही है।
तीन साल पहले ही यह काम हो जाना चाहिए था। जिले में मेडिकल कॉलेज के
लिए प्रतिबद्धता दर्शाते हुए सीएम योगी ने कहा कि मुख्य सचिव यहीं बलिया में
पढ़े-बढ़े हैं। आज इसी काम के लिए उन्हें साथ लेकर आया हूं। आज मेडिकल
कॉलेज की सौगात देकर जाऊंगा।
बलिदान से मिली बलिया को नई पहचान
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व व बलिया बलिदान दिवस के सुखद
संयोग पर बलिया आगमन को खुद का सौभाग्य बताते हुए सीएम योगी ने कहा
कि बलिया का अपना इतिहास रहा है। यह ऋषियों, मुनियों व क्रांतिकारियों की
भूमि है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में यहां के क्रांतिकारियों ने अपने बलिदान से
बलिया को नई पहचान दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बलिया की धरती के लाल
अमर सेनानी मंगल पांडेय ने आजादी की लड़ाई की जो चिंगारी बैरकपुर
छावनी (मेरठ) में जलाई, वह पूरे देश के लिए प्रेरक बनी। 1942 में महात्मा
गांधी ने जब अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था तब महान क्रांतिकारी चित्तू
पांडेय की अगुवाई में बलिया ने खुद को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया। 50 हजार
की संख्या में बलिया के लोगों ने जेल पर धावा बोल दिया। तत्कालीन ब्रिटिश
प्रशासन को तमाम क्रांतिकारियों को जेल से रिहा करना पड़ा। चित्तू पांडे
जिलाधिकारी और महानंद मिश्र पुलिस अधीक्षक की भूमिका में आए। हालांकि
इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने अनेक क्रांतिकारियों को गोलियों से भून दिया था
लेकिन बलिया ने कभी बलिदान से संकोच नहीं किया।
पूर्व पीएम स्वर्गीय चंद्रशेखर को याद किया सीएम योगी ने
बलिया बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने बलिया की माटी के लाल और देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय
चंद्रशेखर को भी याद किया। उन्होंने कहा कि संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों
के लिए, लोकतंत्र को बचाने की जो लड़ाई लोकनायक जयप्रकाश जी ने शुरू की
थी उसमें चंद्रशेखर जी का योगदान अविस्मरणीय है।
भारत को विश्व की महाशक्ति बनाना हो सबका संकल्प
योगी ने कहा कि 12 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबरमती
आश्रम से 75 सप्ताह के कार्यक्रम को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में आगे
बढ़ाया था। अब इसे एक वर्ष और बढ़ाया गया है। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर
पीएम मोदी ने सबको पांच संकल्प दिलाए हैं। इन संकल्पों के अनुरूप भारत को
विश्व की महाशक्ति बनाना ही हम सब का संकल्प होना चाहिए। आजादी के
शताब्दी महोत्सव के लिए हम सभी को पीएम मोदी के बताएं पांच संकल्पों को
साथ लेकर चलना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना है कि कहीं भी गुलामी की
निशानी ना रहे। यदि हम सभी अपने अपने क्षेत्र के कार्य का इमानदारीपूर्वक
निर्वहन करें तो कोई भी ताकत हमें इस देश को विश्व की महाशक्ति बनाने से
रोक नहीं सकती। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना के संकट में जब पूरी दुनिया
पस्त थी तब भारत ने पीएम मोदी के नेतृत्व में डटकर सामना करते हुए कोरोना
का पस्त कर दिखाया। पीएम मोदी ने आज वह स्थिति बनाई है जब आने वाले
दिनों में भारत पूरी दुनिया का नेतृत्वकर्ता होगा । उन्होंने कहा कि बीते 8 वर्षों
में देश में बिना भेदभाव सभी लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ मिला है।
एयरपोर्ट जैसा बनेगा बलिया का बस स्टेशन
सीएम योगी ने कहा कि हमें विकास के नए आयामों से बलिया को एक नई
ऊंचाई पर पहुंचाना है। इसी के तहत अनेक कार्य भी हो रहे हैं। बलिया लिंक
एक्सप्रेसवे से दो से ढाई घंटे में लखनऊ पहुंचा जा सकेगा। परिवहन मंत्री बलिया
से हैं, ऐसे में यहां के बस स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा बनाया जाएगा।
गांव-कस्बों की क्रांति ज्वाला की लिखी जाए गाथा
बलिया बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री ने यहां के शिक्षकों व पूर्व शिक्षकों से
अपील की कि वे यहां के गांवों, कस्बों, गलियों में फूटी क्रांति ज्वाला की गाथा
लिखें। सरकार उसे पुस्तक के रूप में प्रकाशित करेगी। योगी ने कहा कि देश की
आजादी के लिए हर जाति, मत, मजहब के लोग साथ मिलकर लड़े थे। सरकार
भी इसी के अनुरूप सबको साथ लेकर चल रही है। इस अवसर पर समारोह के
संयोजक एवं प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, अल्पसंख्यक
कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, सांसद
वीरेंद्र सिंह, नीरज शेखर, रविंद्र कुशवाहा, विधायक केतकी सिंह, एमएलसी
रविशंकर सिंह पप्पू, पूर्व सांसद भरत सिंह, पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी, पूर्व
विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला, संजय यादव आदि भी उपस्थित रहे
अमर शहीद राजकुमार बाघ की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया जुलूस का
शुभारंभ
समारोह को संबोधित करने से पूर्व मुख्यमंत्री जिला कारागार पहुंचे। यहां
उन्होंने परिसर में स्थापित अमर शहीद राजकुमार बाघ की प्रतिमा पर
माल्यार्पण कर अमर सेनानी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने
बलिया बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में निकलने वाले जुलूस में शामिल लोगों को
माला पहनाकर जुलूस का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री के आत्मीय संवाद से भावुक हुए सेनानी परिजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों से
मुलाकात की। मंच पर उन्हें सम्मानित किया आत्मीय संवाद कर उनका
कुशलक्षेम पूछा। बात करके यह आश्वस्ति ली कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं।
सीएम की आत्मीयता देख सेनानी परिजन भाव विह्वल हो गए। सीएम के जाने
के बाद भी देर तक उनकी सहृदयता की सराहना करते रहे।