रायबरेली । जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बचत भवन के सभागार में गौशाला से सम्बन्धित जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन समिति की समीक्षा बैठक करते हुए समस्त एसडीएम, ब्लाकों के विकासखंड अधिकारियों एवं नगर पंचायत तथा जिला पंचायत स्तर पर बन रहे गौ संरक्षण केन्द्रों समय रहते प्रभावी तरीके से संचालित करें। किसी भी दशा में किसी भी स्थानों व क्षेत्रों में गोवंश निराश्रित न घुमता मिले। समस्त अधिकारियों को कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये अन्य विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए तत्काल कार्य को पूर्ण किया जाये उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि यह मुख्यमंत्री जी की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते। उन्होंने कहा कि समय रहते हुए अपने-अपने कार्यों के दायित्वों का निर्वहन करते हुए गौवंश संरक्षण केन्द्रों को पूर्ण करा लें और निराश्रित पशुओं को उसमें रखा जाये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि समय-समय पर या प्रत्येक तीसरे दिन एसडीएम, ईओ, नोडल अधिकारी अपने-अपने केन्द्रों निरीक्षण करते है तथा जो भी कमियां पाई जाए उसे बताते हुए कमियों को दूर कराया जाये। उनके भूसा, चारा, पानी आदि में किसी भी प्रकार की कोई कमी न रहे। जो गौशालय निर्माणाधीन है उन्हें शीघ्र ही पूर्ण कराकर उनमें गोवंशों को रखा जाये।इस मौके पर जिला विकास अधिकारी एस0एन0 चैरसिया, पीडी प्रेमचन्द्र पटेल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 गजेन्द्र प्रताप सिंह डीपीआरओ, मनरेगा पवन कुमार, डीएफओ, समस्त एसडीएम, खण्ड विकास अधिकारी, नगर पालिकाध्नगर पंचायत अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।