रायबरेली – पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जनपद के नामित नोडल अधिकारी/अपर मुख्य सचिव, सहकारिता विभाग उ0प्र0 शासन एम0वी0एस0 रामी रेड्डी ने जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव के साथ कोविड-19 की दूसरी लहर की रोकथाम, बचाव एवं व्यवस्था के सम्बंध में बैठक की गयी। बैठक में नोडल अधिकारी ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निगरानी समितियों को और प्रभावी ढंग से सक्रिय करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों मेें डोर-टू-डोर सर्वे की कार्यवाही में तेजी लाये जाने का निर्देश दिये है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम व बचाव के लिए प्रशासन व सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है। यदि संसाधनों आदि की कोई कमी हो तो उसको नियमानुसार दुरूस्त करवा लें। इसके अलावा मैनपावर की कमी को भी पूरा रखे।
अपर मुख्य सचिव रामी रेड्डी ने सर्वे के दौरान लक्षण युक्त व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए शत-प्रतिशत उनकी टेस्टिंग अनिवार्य रूप से करायी जाये। उन्होंने ट्रैकिंग, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पर जोर दिया। निगरानी समितियों को पर्याप्त मात्रा में मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाये, जिससे कि डोर-टू-डोर सर्वे के समय जो भी लक्षण युक्त वाले व्यक्ति मिले, उसको उसी समय मेडिकल किट उपलब्ध करा दी जाये, साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों की डाटा फीडिंग भी अनिवार्य रूप से करा ली जाये। नोडल अधिकारी ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से अनिवार्य रूप से फोन के माध्यम से बातचीत करके कुशलक्षेम पूछने के साथ ही उनके स्थिति के बारे में नियमित रूप से जानकारी लिए जाने के निर्देश दिये। दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिन्हित लोगो से बातचीत करके उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली जाये। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन एवं साफ-सफाई का कार्य नियमित रूप से कराये।
कोविड अस्पतालों में कोविड-19 की टेस्टिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वीरेन्द्र सिंह को निर्देशित किया है, और बुजुर्ग, महिलाओं व बच्चों की जांच पर भी जोर दिया जाए और नियमानुसार उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। उन्हें चिन्हित सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में बच्चों के बेड सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की तत्काल सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।
अपर मुख्य सचिव रामी रेड्डी ने मधुमेह, उच्च रक्तचाप के मरीजों पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा ब्लैक फंगस के उपचार हेतु दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया है। उन्होंने डीएम व सीडीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि कोविड प्रसार को रोकने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता न बरती जाए, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था एवं कार्यवाही प्रभावी ढंग से सुनिश्चित की जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि अधिकारियों से परस्पर बेहतर सामन्जस्य बनाकर कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़े तथा कोविड-19 प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराया जाए।
जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव व मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल व अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष ने नोडल अधिकारी/अपर मुख्य सचिव सहकारिता को जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम व बचाव के सम्बन्ध में किय जा रहे कार्यो कें बारे में विस्तार पूर्वक बताया। जनपद में यदि कोई व्यक्ति बिना मास्क का दिखाई देता है तो तत्काल कड़ाई कार्यवाही की जा रही है। सभी तिराहा, चैराहों एवं बाजारों में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से बचाव के तरीकों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर लोगों को जागरूक करा कराया जा रहा है। शासन की मंशा के अनुरूप कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन, फाॅगिंग मशीन से साफ-सफाई, एण्टीलार्वा का छिड़काव सुनिश्चित करते हुए प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को इससे बचाव हेतु सभी जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर कोरोना टेस्टिंग का कार्य भी किया जा रहा है।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वीरेन्द्र सिंह, उपनिदेशक सूचना प्रमोद कुमार उपस्थित रहे।